एस्ट्रिक्स - ऑलम्पिक में (Hindi)

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नमस्ते दोस्तों, आज लगभग दो वर्षों की तलाश के बाद मौका मिला है पहली हिन्दी एस्ट्रिक्स आप सभी के साथ आनंद लेने का| प्रस्तुत है: "एस्ट्रिक्स ओलम्पिक में" (English title: Asterix at the Olympic Games) -१९८२ कुल ६ हिंदी एस्ट्रिक्स कॉमिक्स में से ४ पहले ही आप पढ़ चुके हैं, एक और अनुराग भाई के पास उपलब्ध है, लेकिन मैं इस अंक को खोज नहीं पा रहा था। और इस बार, भारत से नहीं, बल्कि यूरोपीय संघ से एक प्रशंसक आगे आया जिसने अपना नाम गुप्त रखने का आग्रह किया। स्वच्छीकरण का कार्य मेरे द्वारा किया गया है। जैसा मैंने पिछले एस्ट्रिक्स पोस्ट में भी कहा था, इस अंक से मुझे विशेष लगाव है, ना सिर्फ इससे एस्ट्रिक्स से मेरा परिचय हुआ था, बल्कि मेरी नज़र में कुल ६ हिंदी में से सबसे दिलचस्प भी है।

कभी आपने सोंचा है आखिर क्यों वर्ष १९६८ में इसका मूल प्रकाशन हुआ था? वैसे यह एस्ट्रिक्स श्रृंखला की १२ वी एलबम है, जिसका प्रकाशन फ्रांसीसी में वर्ष १९६८ (मेक्सिको सिटी ओलंपिक) में और अंग्रेजी अनुवाद १९७२ (म्यूनिख ओलंपिक) में प्रकाशित हुआ था।

इस कहानी का प्रकाशन का समय चुना गया जब अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति ने मेक्सिको सिटी ओलंपिक (१९६८) से ओलंपिक में पहली बार नशीली दवाओं के प्रयोग पर नियंत्रण की शुरुआत करने का फैसला किया था| वाह क्या कहने, एक फ्रांसीसी पियरे फ्रेडी ने आधुनिक ओलंपिक की स्थापना की, और फ्रांस से ही कॉमिक में पहली आवाज डोपिंग के खिलाफ उठाई गयी| प्रदर्शन को बढ़ाने की क्षमता वाली दवाओं का प्रयोग प्राचीन ओलंपिक के समय से होता आया है। आधुनिक ओलिंपिक खेलों में १९०४ मैराथन के विजेता, थॉमस जे हिक्स का नाम पहले खिलाड़ी के रूप में दर्ज है जो अभी के नियमों के मुताबिक अयोग्य होता| समय के साथ इनका प्रयोग चरम सीमा तक पहुँचने लगा। ये सिर्फ ना ही खेल की अखंडता के लिए खतरा बन गये थे, बल्कि एथलीट के लिए भी घातक होते जा रहे थे।

सन १९६० के रोम खेलों में सड़क साइकिल दौड़ के दौरान, साइकिल चालक डेनिश क्नुद एनेमार्क जेन्सेन अपनी साइकिल से गिर गया और बाद में मृत्यु हो गई। जांच में पाया गया कि उस पर amphetamines का प्रभाव था। इस घटना के बाद खेल महासंघों ने इनके खिलाफ कदम उठाना शुरू किया। १९६७ में अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति ने भी अगले खेलों से नशीली दवाओं के उपयोग को रोकने का फैसला किया था। सारांश: एक रोमन फौजी जो आगामी ओलंपिक खेलों के लिए तैयारी कर रहा होता है, उसे एस्ट्रिक्स और ओबेलिक्स जादुई काढ़े के प्रभाव जिसे हम डोपिंग ही कह सकते हैं, में इस तरह शिकस्त देते हैं कि बेचारा आत्मविश्वासी चैंपियन खिन्नचित्त हो जाता है। ओलंपिक के बारे में जानकर ये स्वतंत्र गालवासी अपने आपको रोमन घोषित कर आलम्पिया की तरफ चल निकलते हैं। और क्या होता है आगे आप खुद ही देख लीजिये:

   
Language Hindi
No of pages 50
Book Publisher Open Door Publications
Published Date 30 Sep 2021

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